बुधवार, 23 मार्च 2011

99 दीये के संग बिहार उत्सव 2011 दिल्ली में


बिहार के 99वां स्थापना दिवस पर दिल्ली में आयोजित सात दिवसीय बिहार उत्सव का उद्घाटन 22 मार्च 2011 को सांय 6 बजे बिहार के महामहिम राज्यपाल श्री देवानंद कुंवर ने दीप प्रज्जवलित कर किया। 99वां बिहार स्थापना दिवस समारोह के रुप में आयोजित बिहार उत्सव 2011 को यादगार बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों से जुडे़ गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दिल्ली के कंस्टीट्यूषन क्लब के प्रंागण में बिहार उत्सव 2011 मंडप के मुख्य द्वार पर 99 दीये जलाकर उत्सव का षुभारंभ किया गया। 99 दीये जलाने वालों में बिहार के एवं बिहार से जुड़े कई सांसद एवं नेतागण भी मौजूद थे, जिनमें श्री षरद यादव, श्री अर्जुन राय, श्री महाबली सिंह, श्री वैधनाथ मेहतो, श्री राजीव प्रताप रुडी, श्री उदय सिंह, श्री राधा मोहन सिंह, श्री एन.के. सिंह, श्री महाबल मिश्रा, श्री असरारुल हक, श्रीमती पूनम आजाद आदि प्रमुख थे। बिहार उत्सव मंडप के मुख्य द्वार पर विषेश रुप से तैयार किए गए जलपात्र में तैरते प्रज्ज्वलित 99 दीये मनोरम एवं विहगम दृष्य प्रस्तुत कर रहा था। इस मौके पर महामहिम राज्यपाल ने सभी बिहारवासियो को 99वें बिहार स्थापना दिवस की षुभकामनाएं दी। उद्धाटन के बाद माननीय राज्यपाल महोदय एवं उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने पूर्वी लोक संगीत का लुत्फ भी उठाया। विरेन्द्र ओझा ‘विमल’, श्रीमती अनीता सिंह एवं दल ने भोजपुरी लोकसंगीत से उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर बिहार सरकार के उधोग विभाग के प्रधान सचिव श्री सी.के. मिश्रा, बिहार के स्थानिक आयुक्त श्री अलोक वर्धन चतुर्वेदी एवं बिहार आधौगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार की प्रबंध निदेषक श्रीमती अंषुली आर्या भी उपस्थित थे।

दिल्ली में सात दिनों तक चलने वाले बिहार उत्सव में इस बार गौरवषाली प्रग्रतिषील बिहार को हम हमारा बिहार के नाम से दिखाया जा रहा है। बिहार सरकार द्वारा दिल्ली के कंस्टीट्यूषन क्लब में 22 से 28 मार्च 2011 तक गौरवषाली व प्रगतिषील बिहार की प्रदर्षनी हस्तकरधा एवं हस्तषिल्प उत्कृश्ट सामानों की बिक्री एवं प्रदर्षनी का आयोजन किया गया है तथा पीएसके लक्ष्मीनगर में बिहार के कला एवं संस्कृति की प्रदर्षनी व भोजपुरी फिल्म महोत्सव का आयोजन 23 से 25 मार्च तक किया जा रहा है।

मेले में बिहार के ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ वर्त्तमान में हो रहे विकास को भी आकर्षक ढंग से प्रस्तुतीकरण किया गया है। कंस्टीट्यूषन क्लब के लॉन मे हस्तकरधा एवं हस्तषिल्प के लगभग 25 स्टॉल लगाया गया है। स्टॉलों के माध्यम से मषहूर भागलपुरी सिल्क, मिथिला पेंटिंग, सिकी से निर्मित सामग्री, भभुआ के पत्थर की आकर्षक हाथी, मेहंदी, मोतीहारी का आकर्षक सीप से निर्मित आभूषण, टेरा कोटा से निर्मित वस्तुएॅं, जूट निर्मित वस्तुएं यथा जूट ज्वेलरी, टिकुली आर्ट के साथ-साथ नालंदा, बिहारशरीफ का निपुरा सिल्क एवं हस्तकरघा से निर्मित बेड-सीट, चादर विषेष रूप से मेले के आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। साथ ही बिहारी व्यंजनों के स्टॉल के साथ-साथ प्रतिदिन संध्या में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा है। कंस्टीट्यूषन क्लब में 26 मार्च को एक सेमिनार का आयोजन किया जाएगा।
पूर्वा सांस्कृतिक केन्द्र पीएसके लक्ष्मी नगर में दिनांक 23-25 मार्च में बिहार के सांस्कृतिक धरोहर, पर्व त्यौहार, पर्यटन स्थलों की एक आकर्शक झांकी प्रस्तुत की जा रही है साथ ही त्रिदवसीय भोजपुरी फिल्म महोत्सव का आयोजन भी किया गया है, जिसमें भोजपुरी सिनेमा की चर्चित फिल्म बलम परदेषिया, धरती मैया, बिदाई, गंगा जैसन पीरितिया हमार, कब अईबु अंगनवा हमार दिखाई जायेगी। संध्या मे सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जायेगा। बिहार उत्सव 2011 के समापन समारोह का आयोजन दिनांक 28 मार्च को दिल्ली के सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम में रंगारंग कार्यक्रम के साथ किया जाएगा, जिसमें मषहूर गायक मनोज तिवारी एवं गायिका मालनी अवस्थी जहां अपनी गायिकी का जलवा बिखेरेगे वहीं मषहूर कथक नृत्यांगना षिखा खरे अपनी मनमोहक नृत्य प्रस्तुत करेंगी।

कोई टिप्पणी नहीं: