शनिवार, 30 मई 2015

दोबारा जयकारा जयललिता का


तमिलाडु की राजनीति में हाल के दिनों में जिस प्रकार से जयललिता का एक बार फिर से सत्तारोहण हुआ, उससे उनके रसूख का पता चलता है। आय से अधिक संपत्ति मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट से बरी होने के बाद वो फिर से मुख्यमंत्री बन गई हैं, तो अब आगे क्या होगा? यह सवाल बहुतेरे के सामने है। माना जा रहा है कि जब तक सुप्रीम कोर्ट उन्हें बरी करने वाले फैसले को रद्द नहीं करता, वो बहुत अच्छी स्थिति में हैं। विपक्ष परेशानी में है. लेकिन, दिलचस्प है कि बेंगलुरु स्पेशल कोर्ट से दोषी ठहराए जाने और हाईकोर्ट के फैसले के बाद उनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। जब से उनको सजा हुई तब से से ही प्रशासन ठहर सा गया था। अब वो इसे चलाना शुरू करेंगी। निश्चित रूप से वो गरीबों के अलावा निम्न मध्यवर्ग और मध्यवर्ग के लिए लोकप्रिय स्कीमों की घोषणा करना चाहेंगी। 
हुआ भी ऐसा ही है। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री के रूप में अपनी पांचवी पारी शुरू करते हुए जयललिता ने 1800 करोड़ रुपये के विकास और कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की। इनमें सड़कों में सुधार और पेयजल सुविधा तथा महिला मुखिया वाले जरूरतमंद परिवारों को सहायता देना शामिल है। राज्य में अपने कल्याणकारी परियोजनाओं को जारी रखते हुए जयललिता ने और अधिक अम्मा कैंटीन खोले जाने सहित पांच बड़ी योजनाओं को मंजूरी दी, जो सब्सिडी वाली दर पर भोजन, गरीबों को आवास और पेयजल के लिए ‘आरओ’ संयंत्र मुहैया करेगा।  शपथ लेने के बाद पहली बार फोर्ट सेंट जॉर्ज में राज्य सचिवालय पहुंचने पर उन्होंने नई योजनाओं को मंजूरी देने वाली पांच फाइलों पर हस्ताक्षर किया। एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया , ‘मुख्यमंत्री जयललिता ने शहरी स्थानीय निकायों में 1,000 करोड़ रुपये की लागत से सड़कों को बेहतर करने का आदेश दिया है।’
अन्नाद्रमुक प्रमुख ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सब्सिडी वाली दर पर और 201 ‘अम्मा कैंटीन’ भी खोले हैं। 800 करोड़ रुपये की तमिलनाडु ग्रामीण सड़क विकास योजना के तहत 3,500 किलोमीटर लंबी सड़क इस वित्तीय वर्ष में विकसित की जाएगी। विज्ञप्ति में कहा गया , ‘मुख्यमंत्री ने नगर पंचायत इलाकों में गरीबों के लिए एक विशेष आवास योजना को मंजूरी दी है।’ 2.10 लाख रुपये की सहायता गरीबों को अपनी छत कंक्रीट में ढालने के लिए दी जाएगी। प्रथम चरण में 20,000 परिवारों को नगर पंचायत इलाकों में सहायता दी जाएगी। पेयजल सुविधा पर बड़ा जोर देते हुए 1,274 आरओ संयंत्र आवासीय क्षेत्रों में लगाए जाएंगे। महिला मुखिया वाले गरीब परिवारों के लिए योजना के तहत ऋण योग्य लाभान्वितों को मुहैया किया जाएगा। साथ ही रोजगार के अवसरों के साथ कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जाएगा। सरकार लाभान्वितों के विकास पर 10 से 20 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी और योजना पांच साल में महिला मुखिया वाले सारे परिवारों को कवर करने का इरादा है। विधानसभा चुनाव होने को महज साल भर बाकी है, इसलिए ये योजनाएं मायने रखती हैं।
राज्यपाल के रोसैया ने 67 साल की जयललिता को यहां मद्रास विश्वविद्यालय शताब्दी सभागार में आयोजित एक शानदार समारोह में पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान उनके समर्थकों ने नारे लगाए। इस समारोह में 28 अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण की।तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और मुख्यमंत्री के रूप में जयललिता की वापसी से अन्नाद्रमुक को बल मिला है।
अन्नाद्रमुक सुप्रीमो जब तमिल में ईश्वर के नाम पर शपथ ले रही थीं तो मद्रास विश्वविद्यालय शताब्दी सभागार ‘पुरात्ची थलैवी वषगा’ (क्रांतिकारी नेता जिंदाबाद) के नारों से गूंज रहा था। इससे पहले जयललिता कशीदाकारी की हुई हरे रंग की साड़ी पहने सभागार पहुंचीं तो ‘अम्मा’ की एक झलक पाने के लिए सुबह से ही जुटे उनके समर्थकों ने नारों से उनका स्वागत किया। पिछले साल 27 सितंबर को बंगलुरु की एक निचली अदालत ने आय से अधिक 66.66 करोड़ रुपए की संपत्ति के मामले में जयललिता को दोषी ठहराया था जिसके कारण वे मुख्यमंत्री पद के लिए अयोग्य हो गई थीं। कर्नाटक हाई कोर्ट ने इस साल 11 मई को उन्हें इन आरोपों से बरी कर दिया था।
इस शपथ ग्रहण समारोह में फिल्म अभिनेता रजनीकांत, सरतकुमार, केंद्रीय मंत्री पोन राधाकृष्णन और अन्नाद्रमुक नेता व लोकसभा के उपाध्यक्ष एम थंबीदुरै समेत अनेक नामी गिरामी हस्तियां शामिल र्हुइं।
जयललिता ने पिछला मंत्रिमंडल लगभग समूचा बरकरार रखा है। पूर्व वनमंत्री एमएसएम आनंदन और बीमार चल रहे पीसी पांडियन को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई जबकि एक अधिकारी की आत्महत्या के मामले में गिरफ्तार पूर्व मंत्री ए कृष्णामूर्ति को भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली। मंत्रियों को 14-14 की तादाद में दो जत्थों में शपथ दिलाई गई। इससे औपचारिक समारोह कम समय में पूरा हो गया। शपथ ग्रहण करने वालों में निवर्तमान मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम भी शामिल थे। शपथग्रहण समारोह में अभिनेता शिवकुमार और उनके बेटे कार्ती, इंडिया सीमेंट्स के एन श्रीनिवासन सरीखे उद्योगपति और धार्मिक नेता मौजूद थे।
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान उत्सव सरीखा माहौल था। यह पिछले साल उनके सहयोगी रहे ओ. पन्नीरसेल्वम के शपथ ग्रहण समारोह के ठीक उलट था। पन्नीरसेल्वम का शपथ समारोह बहुत फीका था और वे एक कामचलाऊ मुख्यमंत्री थे। इस बार मंत्रियों और जयललिता के समर्थकों के चेहरे दमक रहे थे। जयललिता को अन्नाद्रमुक विधायक दल की नेता चुने जाने के बाद पन्नीरसेल्वम ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
सत्ता में जयललिता की वापसी के अवसर पर चेन्नई में राज्य के विभिन्न इलाकों से आए समर्थकों का हुजूम था। पुलिस को खास कर शपथग्रहण स्थल पर समर्थकों को नियंत्रित करने में खासी दिक्कत आई। सुरक्षाकर्मियों की कड़ी चैकसी के बीच अन्नाद्रमुक सुप्रीमो जयललिता शपथ लेने के लिए अपने पोएस गार्डन आवास से निकलकर सात किलोमीटर की दूरी तय कर मद्रास विश्वविद्यालय शताब्दी सभागार पहुंचीं।
जिस सड़क से जयललिता का वाहन गुजरा उसके दोनों ओर स्टेनगनधारी कमांडो तैनात थे। जयललिता का एसयूवी वाहन धीमी गति से चल रहा था ताकि शपथ ग्रहण के लिए सभागार जाने के रास्ते में लोग अपनी ‘अम्मा’ की झलक देख सकें। रास्ते में जयललिता के वाहन पर लगातार फूल बरसाए गए जिसे सुरक्षाकर्मी लगातार साफ करते दिखे ताकि वाहन चालक को साफ साफ दिखाई दे सके और लोग जयललिता के चेहरे को स्पष्ट देख सकें। जयललिता को ‘जेड’ प्लस सुरक्षा प्राप्त है। इसलिए उनके सुरक्षा घेरे में जैमर्स और अन्य उपकरण शामिल होते हैं।

सवाल अब भी कायम 
आय से अधिक संपत्ति मामले में जयललिता बरी कर दी गईं। अब सवाल उठेंगे कि छापे में जब्त वो दस हजार साडि़यां, 28 किलो सोना, करोड़ों की जायदाद और डिपॉजिट किसके थे...एआईएडीएमके चीफ जयललिता के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का यह केस चेन्नई में शुरू हुआ, लेकिन कोर्ट की कार्रवाई में अड़चनों को देखते हुए इसे बेंगलुरु ट्रांसफर कर दिया गया। 18 साल चली सुनवाई के बाद 27 सितंबर 2014 को विशेष अदालत ने जयललिता के खिलाफ फैसला दिया और उन्हें चार साल जेल की सजा सुनाई। उस फैसले के बाद जयलिता जमानत पर जेल से छूटीं। लेकिन अब वे पूरी तरह इस केस से मुक्त हैं। ईमानदार बनकर। 1996 में सत्ता जाने के बाद हुई कार्रवाई में उनकी संपत्ति का खुलासा हुआ। जयललिता के पास चेन्नई में बंगला, कई एकड़ खेतिहर भूमि, हैदराबाद में फार्म हाउस, नीलगिरी में चाय बागान, इंडस्ट्रियल शेड, 800 किलो चांदी, 28 किलो सोना, 750 जोड़ी विदेशी चप्पल-जूते, 10,500 साडि़यां, 91 कीमती घडि़यां, करोड़ों का कैश डिपॉजिट और इन्वेस्टमेंट। इस संपत्ति की कीमत हजार करोड़ से ज्यादा आंकी गई, जो उन्होंने पांच साल में अर्जित की।

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