tag:blogger.com,1999:blog-4867640855538739557.post8108001037075744804..comments2023-11-05T12:52:50.625+05:30Comments on देख कबीरा: नकली नोटों के सहारे नव आतंकवादकुन्दन कुमार मल्लिकhttp://www.blogger.com/profile/03699865603391260097noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-4867640855538739557.post-63155372092684791592009-07-11T11:37:49.181+05:302009-07-11T11:37:49.181+05:30बहुत बढिया विश्लेषण के साथ आपने यह आलेख लिखा है ....बहुत बढिया विश्लेषण के साथ आपने यह आलेख लिखा है .. इतनी बडी मात्रा में नकली नोटों की बाजार में उपस्थिति से बहुत तेज गति से महंगाई बढ रही है .. इतना होने के बाद भी हमें नोटों के कागजों और इंक के लिए लिए विदेशों पर निर्भर रहने की क्या जरूरत है .. जल्द ही सरकार की आंख नहीं खुली तो भयावह परिणाम आ ही सकते हैं !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.com